Fascination About maha kali siddha kavach
धनं मेsश्वान गजान् रत्नानि दिव्यकामिनी: पुत्रान्हे रावण! मैंने इस दिव्य कवच को तुम्हारे समक्ष कहा है। जो भी इस कवच का पाठ भक्ति पूर्वक
धनं मेsश्वान गजान् रत्नानि दिव्यकामिनी: पुत्रान्हे रावण! मैंने इस दिव्य कवच को तुम्हारे समक्ष कहा है। जो भी इस कवच का पाठ भक्ति पूर्वक